Breaking News : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत की मिसाइल पाकिस्तान की तरफ गलती से फायर हुई!
Video Source: Zee News
मीडिया के अनुसार, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को राज्य सभा में कहा कि भारत की मिसाइल प्रणाली अत्यंत सुरक्षित है और देश की रक्षा संस्थाएं कड़े सुरक्षा मानकों तथा प्रक्रियाओं का पालन करती हैं। उन्होंने बीते दिनों पाकिस्तान के क्षेत्र में मिसाइल गिरने की दुर्घटना पर खेद व्यक्त किया और इस घटना की गंभीरता को स्वीकार करते हुए कहा कि मामले की जांच जारी है।
राजनाथ सिंह ने कहा,
“भारत की सुरक्षा प्रक्रियाएं उच्चतम स्तर की हैं, और हमारे सशस्त्र बल पूरी तरह प्रशिक्षित और अनुशासित हैं। अगर जांच में किसी प्रकार की कमी पाई गई तो उसे दूर करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।”
घटना का विवरण और भारत सरकार की प्रतिक्रिया
रक्षा मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में बताया कि 9 मार्च 2022 को नियमित रखरखाव के दौरान तकनीकी खामी के कारण एक मिसाइल आकस्मिक रूप से दाग दी गई। इस मिसाइल का एक हिस्सा पाकिस्तान के क्षेत्र में गिर गया, जो अत्यंत खेदजनक है। मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि इस दुर्घटना में कोई जनहानि नहीं हुई।
भारत सरकार ने घटना को गंभीरता से लेते हुए उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया है।
पाकिस्तान की आपत्ति और भारत का जवाब
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने उसी दिन भारत के डिप्टी हाई कमिश्नर को तलब किया और इस घटना को अपने हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करार दिया। पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा कि यह मिसाइल करीब 40,000 फीट की ऊंचाई पर, आवाज़ से तीन गुना तेज़ गति से उनके हवाई क्षेत्र में घुसी और लगभग छह मिनट तक हवा में रही।
पाकिस्तान ने संयुक्त जांच की मांग की, जिसे भारत ने अस्वीकार कर दिया। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने बताया कि यह मिसाइल शाम 6 बजकर 50 मिनट पर मियां चन्नू इलाके में गिरी। उन्होंने कहा, “इस घटना में कोई मानव हानि नहीं हुई, हालांकि कुछ संपत्ति को नुकसान पहुँचा है। यह बड़ी राहत की बात है कि किसी की जान बच गई।”
यह घटना भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों में एक नई चुनौती बनकर आई है। हालांकि भारत ने तुरंत खेद जताकर जवाबी क़दम उठाए हैं और सुरक्षा मानकों की समीक्षा में जुटा है, यह मामला दोनों देशों के बीच सुरक्षा एवं विश्वास के मुद्दों को फिर से ताजा कर गया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आश्वासन से यह स्पष्ट हुआ है कि भारत अपनी मिसाइल प्रणालियों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानता है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाएगा।