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लोकसभा चुनाव 2024 से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला इंटरव्यू!

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Breaking News : प्रप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने इंटरव्यू में तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष और पूर्व IPS अधिकारी अन्नामलाई के बारे में कंही बड़ी बात!

Video Source: Narendra Modi

मीडिया के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक महत्वपूर्ण बयान में कहा कि वे तमिलनाडु की महान विरासत के साथ अन्याय होने पर आक्रोशित हैं। उन्होंने भारत की प्राचीनतम भाषा तमिल की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि हमें इस विरासत पर गर्व करना चाहिए और तमिल भाषा के वैश्विक प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा,
“तमिल भाषा का राजनीतिकरण न सिर्फ तमिलनाडु बल्कि पूरे भारत के लिए हानिकारक रहा है।”

उन्होंने याद दिलाया कि नई लोकसभा में स्थापित ‘सेंगोल’ (चोल वंश का राजदंड) भारत की आज़ादी के पहले कुछ क्षणों से जुड़ा है और यह सिर्फ एक आभूषण नहीं बल्कि हमें प्रेरणा देने वाला प्रतीक है।

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तमिलनाडु का विकास ‘विकसित भारत’ के लिए अहम

पीएम मोदी ने बताया कि विकसित भारत का मतलब है देश के हर कोने का समग्र विकास। उन्होंने विश्वास जताया कि तमिलनाडु इस विकास को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

उन्होंने कहा,
“बीजेपी और NDA का गठबंधन समाज के विभिन्न तबकों को जोड़ने वाला मजबूत संगठन है। NDA एक ऐसा गुलदस्ता है जिसमें हर व्यक्ति को अपना पुष्प नजर आता है।”


उत्तर-पूर्व और तमिलनाडु के लिए समर्पित प्रयास

प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि उनका काम केवल चुनाव जीतना नहीं है। उन्होंने बताया कि वे उत्तर-पूर्वी भारत के विकास के लिए कई बार गए हैं, जबकि पिछले प्रधानमंत्रियों ने मिलकर भी इतना नहीं किया।

पीएम ने कहा,
“तमिलनाडु में हमने तब से काम किया है जब हमारी पार्टी का एक पार्षद भी नहीं था।”


तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष अन्नामलाई पर मोदी का भरोसा

प्रधानमंत्री ने कहा कि तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष और पूर्व IPS अधिकारी अन्नामलाई युवाओं के लिए प्रेरणा हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अन्नामलाई व्यक्तिगत कारणों से नहीं, बल्कि राष्ट्रीय कारणों से भाजपा से जुड़े हैं।


भारत की वैश्विक छवि और इलेक्टोरल बॉन्ड पर टिप्पणी

पीएम मोदी ने कहा कि भारत को विश्व में विश्वबंधु के रूप में माना जाता है। उन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड्स की प्रणाली का भी समर्थन किया और कहा कि इससे राजनीतिक चंदों की पारदर्शिता बढ़ी है।


प्रधानमंत्री मोदी ने तमिलनाडु और उसकी भाषा की महत्ता को रेखांकित करते हुए पूरे भारत में इसकी गरिमा बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने विकास, राजनीतिक एकता और पारदर्शिता पर अपने दृढ़ संकल्प को व्यक्त किया।