Breaking News: भारत के अंतरिक्ष इतिहास में नया अध्याय, स्पेसएक्स के साथ साझेदारी में रचा गया इतिहास!
Video Source: DD News
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला आज एक ऐतिहासिक मिशन पर रवाना हो गए हैं। उनका स्पेसक्राफ्ट अमेरिकी कंपनी SpaceX के प्रतिष्ठित Falcon 9 रॉकेट के ज़रिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) की ओर भेजा गया है। इस मिशन में कुल चार अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं, जिनमें भारत का प्रतिनिधित्व शुभांशु कर रहे हैं।
मिशन की प्रमुख विशेषताएँ:
अंतरिक्ष यात्री: शुभांशु शुक्ला (भारत), अन्य 3 अंतरिक्ष यात्री (अमेरिका, यूरोप, जापान)
लॉन्च व्हीकल: SpaceX का Falcon 9, विश्व का सबसे भरोसेमंद रियूज़ेबल रॉकेट
उड़ान का उद्देश्य: इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर वैज्ञानिक अनुसंधान, अंतरिक्ष तकनीकी परीक्षण और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना
लॉन्च साइट: कैनेडी स्पेस सेंटर, फ्लोरिडा, अमेरिका
यात्रा अवधि: लगभग 6 महीने का मिशन
भारत के लिए गर्व का क्षण: वैश्विक अंतरिक्ष सहयोग में अहम भूमिका
शुभांशु शुक्ला की यह उड़ान न सिर्फ भारत के लिए सम्मानजनक है, बल्कि यह दर्शाती है कि भारत अब अंतरिक्ष अनुसंधान के वैश्विक मंच पर एक मजबूत और भरोसेमंद भागीदार बन चुका है। इससे पहले केवल राकेश शर्मा और ISRO के कुछ मिशनों ने ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह सफलता पाई थी।
इसरो व पीएम मोदी की प्रतिक्रिया:
ISRO प्रमुख ने इस मिशन को भारत के लिए “नई पीढ़ी की प्रेरणा” करार दिया। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस उपलब्धि पर ट्वीट किया:
“यह भारत के सपनों की उड़ान है — हमारे युवा अब ब्रह्मांड की सीमाएं छूने को तैयार हैं। शुभांशु शुक्ला को अंतरिक्ष मिशन पर ढेरों शुभकामनाएं!“
मिशन का वैज्ञानिक महत्व:
इस मिशन के दौरान अंतरिक्ष यात्री:
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सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण (Microgravity) में जैविक परीक्षण करेंगे
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नए अंतरिक्ष उपकरणों का मूल्यांकन करेंगे
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भविष्य के गगनयान मिशन और चंद्रयान-3 जैसी परियोजनाओं के लिए डेटा जुटाएंगे
भारत ने साबित कर दिया कि वह अब केवल एक लॉन्चिंग नेशन नहीं, बल्कि ग्लोबल स्पेस पार्टनर है।