Breaking News : किसान आंदोलन के नाम पर लाल किले में दंगाइयों ने तिरंगे का अपमान किया!
Video Source: Zee News
मीडिया के अनुसार, गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड के नाम पर उपद्रवियों ने जमकर हिंसा की और पुरे देश को शर्मिंदा किया। वही दंगाइयों ने लाल किले पर धार्मिक झंडा फहरा दिया और दिल्ली पुलिस के जवानों पर तलवार और लाठी-डंडे से हमला भी किया। यहां तक कि पुलिसकर्मियों को ट्रैक्टर के नीचे कुचलने की कोशिश भी की गई और गणतंत्र दिवस पर तिरंगे का अपमान किया गया। किसान आंदोलन के नाम पर लाल किले में दंगाइयों ने जिस तरह का दंगा किया उससे पूरा देश शर्मिंदा हुआ है। जैसा की पुरे देश ने वो सभी तस्वीरों और वीडियो देखी है जिससे सब कुछ एकदाम साफ बयां कर दिया। वही हथियारों से लैस दिल्ली पुलिस कर्मी देश के झंडे और किसानों के नाम पर शांत रहे लेकिन दंगाइयों की लाठियां पुलिस पर बरसती रहीं।
वही पुलिस कर्मी लाल किले की दीवार से नहर में गिरते रहे और लाल किले की दीवार से लटके पुलिस वाले खाई में गिरते जा रहे थे और कुछ खुद कूदने की कोशिश कर रहे थे। मंजर ऐसा खौफनाक और दंगाइयों के शोर के आगे दिल्ली पुलिसवालों को खुद को संभाल पाना मुश्किल हो रहा था। इस बीच एक ऐसा वीडियो सामने आया जिसके 40 सेकेंड में बड़ा खौफनाक मंजर देखने को मिला और उस वीडियो में एक एक करके 21 पुलिस वाले करीब 20 से 25 फीट गहरी उस खाई में गिर गए जो लाल किले की चारदीवारी के बाहर बनी है।
अब आप सब को एक ऐसी ट्रैक्टर परेड के बारे में बताते हैं जो ट्विटर पर निकाली गई और ऐसी फेक न्यूज़ फैलाई गई कि ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली पुलिस की फायरिंग में एक किसान की मौत हो गई है और इस फेक न्यूज़ को फैलाने में देश के एक बड़े टीवी संपादक, एक पूर्व मंत्री और कुछ पत्रकार भी शामिल हो गए। लेकिन जब इस दावे की जांच की तो हमें एक वीडियो मिला जब किसान बैरिकेड तोड़ कर आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे तो एक ट्रैक्टर उस दौरान पलट जाता है। इस ट्रैक्टर के नीचे आने से एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई लेकिन हमारे देश के डिजाइनर पत्रकारों और नेताओं ने ये फेक न्यूज़ फैलानी शुरू कर दी कि इस प्रदर्शनकारी की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई है जबकि सच ये था कि प्रदर्शनकारी पुलिस के जवानों को बेरहमी से पीट रहे थे।