onlynarendramodiji.in

अमित शाह का बड़ा हमला: “हिंदू कभी आतंकी नहीं हो सकते” – कांग्रेस पर तुष्टिकरण और झूठे भगवा आतंकवाद का आरोप

Posted by

Breaking News: भगवा आतंकवाद सिर्फ एक चुनावी झूठ था, जिसे देश ने पूरी तरह नकार दिया” – शाह का राज्यसभा में जोरदार भाषण!


Video Source: Zee News

मीडिया के अनुसार, राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष विशेष रूप से कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला। शाह ने कहा, “मैं गर्व से कह सकता हूं कि कोई भी हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता।”

उन्होंने कांग्रेस पर वोट बैंक की राजनीति के लिए ‘भगवा आतंकवाद’ जैसे झूठे नैरेटिव गढ़ने का आरोप लगाया और कहा कि “यह सिर्फ बहुसंख्यक समुदाय को बदनाम करने की साजिश थी, जिसे भारत की जनता ने पूरी तरह खारिज कर दिया।”

Breaking News


अमित शाह का सीधा आरोप: कांग्रेस ने दिया आतंकवाद को धार्मिक रंग

शाह ने 26/11 मुंबई हमलों का हवाला देते हुए कहा कि कुछ नेता लश्कर-ए-तैयबा के हमलों के बावजूद हिंदू संगठनों को दोषी ठहराने की कोशिश कर रहे थे। इस साजिश में उन्होंने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का नाम भी लिया।

“वोटों के लिए आतंकवाद को हिंदू बनाम मुस्लिम का रूप देने की कोशिश की गई। यह राजनीति नहीं, राष्ट्रद्रोह जैसा था।” – शाह


मालेगांव केस पर निशाना: “निर्दोषों को फंसाया गया, चुनावी फायदे के लिए कहानी गढ़ी गई”

शाह ने स्पष्ट रूप से कहा कि मालेगांव ब्लास्ट केस के समय कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए हिंदू संगठनों के खिलाफ झूठे केस बनाए, ताकि एक धार्मिक नैरेटिव खड़ा किया जा सके। उन्होंने पूर्व गृहमंत्री पी. चिदंबरम को निशाने पर लेते हुए कहा कि अफजल गुरु को फांसी न देना भी राजनीतिक चाल थी।


“कांग्रेस ने आतंकवाद को बढ़ावा दिया” – शाह का बड़ा आरोप

शाह ने कहा कि दशकों तक कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति ने देश की आंतरिक सुरक्षा को कमजोर किया। उन्होंने कहा,
“अगर देश में आतंकवाद फैला तो उसका कारण सिर्फ एक है — कांग्रेस की वोट बैंक पॉलिटिक्स।”


जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर रिपोर्ट: आतंकवाद अपने सबसे निचले स्तर पर

शाह ने कहा कि आज जम्मू-कश्मीर में हालात पहले से बिल्कुल अलग हैं:

  • पिछले 6 महीनों में एक भी स्थानीय युवा आतंकवादी नहीं बना

  • जितने भी आतंकवादी मारे जा रहे हैं, वे पाकिस्तानी हैं

  • चुनाव निष्पक्ष हो रहे हैं, पहले सिर्फ वोटिंग पेटी भरने का काम होता था


“हमने ऑपरेशन सिंदूर तभी रोका जब पाकिस्तान घुटनों पर था”

गृह मंत्री ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया कि अगर सीमाएं पार हुईं तो परिणाम गंभीर होंगे।
“हमने ऑपरेशन सिंदूर तब तक जारी रखा जब तक पाकिस्तान ने युद्धविराम की भीख नहीं मांगी,” – शाह का दो-टूक बयान।


अमित शाह का भाषण एक रणनीतिक चेतावनी या चुनावी बम?

शाह के इस बयान को आगामी राजनीतिक माहौल के लिए “सांस्कृतिक पुनःस्थापन और राष्ट्रवाद की वापसी” के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। कांग्रेस की प्रतिक्रिया आना अभी बाकी है।