Breaking News: पाकिस्तानी वायुसेना की कमर टूटी: चार एयरबेसों पर भारत का अचूक प्रहार!
Video Source: Aaj Tak
मीडिया के अनुसार, भारत ने पाकिस्तान को उसकी कायराना हरकतों का माकूल जवाब देते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के अंतर्गत पाकिस्तान के चार प्रमुख एयरबेसों को मिसाइल हमलों में तबाह कर दिया है। यह अब तक की सबसे सटीक और शक्तिशाली सैन्य प्रतिक्रिया मानी जा रही है, जिसने पाकिस्तान के सामरिक ढांचे को गहरे झटके दिए हैं।
पाकिस्तानी वायुसेना की कमर टूटी: चार एयरबेसों पर भारत का अचूक प्रहार
भारतीय रक्षा सूत्रों के अनुसार, जिन चार एयरबेसों को तबाह किया गया उनमें शामिल हैं:
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रफीकी एयरबेस (पंजाब, PAK)
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मुरीद एयरबेस
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चकलाला/नूरखान एयरबेस (इस्लामाबाद के पास)
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रहिमयारखान एयरबेस
इन सभी एयरबेसों पर दर्जनों सटीक मिसाइल हमले किए गए, जिसमें रनवे, एयर डिफेंस सिस्टम, फ्यूल स्टोरेज और कंट्रोल टावर जैसे महत्वपूर्ण ढांचे पूरी तरह ध्वस्त हो गए।
कमांड एंड कंट्रोल, हथियार डिपो और राडार स्टेशन भी नष्ट
सिर्फ एयरबेस ही नहीं, भारत ने पाकिस्तान के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर्स, राडार साइट्स, और एम्युनिशन डिपो को भी निशाना बनाकर तबाह कर दिया। इस सैन्य कार्रवाई ने पाकिस्तान की संचार प्रणाली और हमलावर क्षमताओं को पूरी तरह अस्थिर कर दिया है।
पाकिस्तान के जवाबी हमले और भारत की तत्परता
10 मई 2025 को सुबह पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए। श्रीनगर, पठानकोट और अमृतसर में धमाकों की पुष्टि हुई। इससे पहले 9 मई को पाकिस्तान ने राजस्थान, गुजरात, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के 26 शहरों को निशाना बनाते हुए ड्रोन बमबारी की थी।
इसके जवाब में भारतीय सेना ने जम्मू के पास एक आतंकी लॉन्च पैड और पाक पोस्ट को पूरी तरह नष्ट कर दिया। इस पोस्ट से ही ड्रोन हमले संचालित हो रहे थे।
अवंतीपोरा और सिरसा में हमले नाकाम, अलर्ट पर कई शहर
पाकिस्तान द्वारा फतेह-2 मिसाइल का उपयोग कर सिरसा को निशाना बनाने की कोशिश को S-400 डिफेंस सिस्टम ने विफल कर दिया। वहीं अवंतीपोरा एयरफोर्स स्टेशन पर हमला भी भारतीय वायुसेना ने नाकाम कर दिया। चंडीगढ़, अंबाला और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में हवाई हमले की चेतावनी जारी कर दी गई है।
पाकिस्तान का ‘ऑपरेशन बुनयान-उल-मरसूस’: मनोवैज्ञानिक युद्ध या बचाव की बौखलाहट?
पाकिस्तान ने अपनी ओर से ‘ऑपरेशन बुनयान-उल-मरसूस’ की घोषणा की है और दावा किया है कि उसने भारत के 25 ठिकानों पर हमले किए। लेकिन रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, यह ऑपरेशन ज्यादा मनोवैज्ञानिक प्रभाव पैदा करने की कोशिश है, क्योंकि वास्तविक सामरिक नुकसान भारत की ओर न के बराबर हुआ है।