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मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ ने संभल ह‍िंसा पर बड़ा बयान द‍िया!

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Breaking News : मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ ने कहा, संभल और बांग्‍लादेश की घटना एक जैसी है और दोनों घटनाओं में शाम‍िल लोगों का DNA एक है!

Video Source: Zee News

अयोध्या, संभल और बांग्लादेश की घटनाओं को बताया समान प्रकृति का

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक जोरदार भाषण में समाज को चेताया कि भारत में शांति और सामाजिक एकता को खतरा पहुंचाने वाली ताकतें सक्रिय हैं और उनका इतिहास भी एक जैसा रहा है। उन्होंने कहा:

“याद कीजिए 500 साल पहले बाबर के लोगों ने अयोध्या के कुंभ में क्या किया था। ऐसा ही कुछ संभल में हुआ था, और आज बांग्लादेश में भी वैसी ही स्थिति देखने को मिल रही है। इन तीनों घटनाओं की प्रकृति और डीएनए एक जैसे हैं।”

मुख्यमंत्री का इशारा उन तत्वों की ओर था जो समाज को धार्मिक आधार पर विभाजित करने की साजिशें रचते हैं।


“बांग्लादेश जैसी स्थिति यहां भी हो सकती है” – मुख्यमंत्री की सख्त चेतावनी

सीएम योगी ने कहा कि यह सोचना भ्रम है कि जो घटनाएं बांग्लादेश में हो रही हैं, वो भारत में नहीं हो सकतीं।

“वे तत्व यहां भी सक्रिय हैं, और केवल अवसर की तलाश में हैं।”

उन्होंने जोर दिया कि ऐसे तत्वों की गहरी योजना होती है और उनका उद्देश्य होता है समाज की एकता को खंडित करना।

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“विदेशों में संपत्ति वाले लोग देश छोड़ देंगे”

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बात पर भी चिंता जताई कि कुछ प्रभावशाली लोग केवल दिखावे के लिए देशभक्ति की बातें करते हैं, लेकिन असल में उनके हित विदेशी जमीनों में निहित हैं।

“अगर देश में कोई संकट आया, तो वे भाग जाएंगे, और बाकी आम नागरिकों को अपने हाल पर छोड़ देंगे।”

उन्होंने लोगों को सजग रहने की सलाह दी और कहा कि सच्ची सेवा देश में रहकर, उसकी रक्षा करके ही की जा सकती है।


“प्रभु श्रीराम हमारे आदर्श हैं” – जीवन मूल्यों पर बल

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में प्रभु श्री राम के आदर्शों को जीवन का मार्गदर्शक बताया। उन्होंने कहा:

“आज जब लोग छोटे-छोटे स्वार्थों के लिए हिंसा पर उतर आते हैं, तब श्रीराम का आदर्श हमें प्रेरणा देता है।”

सीएम योगी ने श्रीराम के त्याग को याद करते हुए कहा:

“उन्होंने पिता की आज्ञा मानते हुए अयोध्या का राजपाट त्याग दिया और बिना एक पल की देरी के वनवास स्वीकार किया। यह त्याग ही हमारे लिए सबसे बड़ी सीख है।”


रामायण मेले को मिले अंतरराष्ट्रीय पहचान – जगद्गुरु रामानंदाचार्य की मांग

इस कार्यक्रम में मौजूद जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी राम दिनेश आचार्य ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि जैसे दीपावली को वैश्विक महापर्व का दर्जा मिला है, उसी तरह सीता-राम विवाह उत्सव के अवसर पर आयोजित रामायण मेले को भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाई जाए।

मुख्यमंत्री ने इस मांग पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए कहा:

“हम इस दिशा में हरसंभव सहयोग देने को तैयार हैं।”


समाज को तोड़ने वाली ताकतों से सतर्क रहने की ज़रूरत

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह संबोधन सिर्फ एक राजनैतिक बयान नहीं, बल्कि एक सामाजिक चेतावनी भी है। उन्होंने समाज के हर वर्ग को यह संदेश दिया है कि संवेदनशील मुद्दों पर सतर्कता और आदर्शों की शक्ति से ही देश को सुरक्षित रखा जा सकता है।