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पंजाब में ऐसी घटना हुई, जो भारत के इतिहास में इससे पहले शायद कभी नहीं हुई!

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Breaking News : प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक अभूतपूर्व चूक है, जिसकी वजह से उनकी जान भी जा सकती थी!

Video Source: Zee News

मीडिया के अनुसार, पंजाब के फिरोजपुर में एक ऐसी घटना हुई है जो भारत के राजनीतिक इतिहास में शायद पहली बार हुई हो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शामिल होना था, लेकिन रास्ते में कुछ आंदोलनकारियों ने सड़क को पूरी तरह से ब्लॉक कर दिया। इसके कारण प्रधानमंत्री का काफिला लगभग 20 मिनट तक खुली सड़क पर ट्रैफिक जाम में फंसा रहा।


खुली सड़क पर फंसा पीएम का काफिला, सुरक्षा कर्मी रहे बेसहारा

इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुरक्षाकर्मी सड़क खुलवाने की पूरी कोशिश करते रहे, लेकिन वे नाकाम रहे। अंततः जब रास्ता नहीं खुला, तो प्रधानमंत्री मोदी को बिना कार्यक्रम में शामिल हुए ही वापस लौटना पड़ा। इस घटना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में एक अभूतपूर्व चूक माना जा रहा है, क्योंकि इस दौरान उनकी जान को भी गंभीर खतरा हो सकता था। इस पर पीएम मोदी ने हवाई अड्डे के कर्मचारियों से कहा, “अपने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देना कि मैं यहां से जिंदा लौट पाया।”

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खतरे की घड़ी: पाकिस्तान से सिर्फ 10 किलोमीटर दूर

यहां एक खास बात यह भी है कि यह जगह पाकिस्तान की सीमा से मात्र 10 किलोमीटर दूर है। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला फ्लाईओवर पर फंसा था, तो आसपास मौजूद सैकड़ों लोगों ने अपने मोबाइल फोन से उनका वीडियो रिकॉर्ड किया। इतना करीब होने के कारण कोई भी असल में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में सेंध लगा सकता था।


इतिहास की याद: दो प्रधानमंत्रियों की हत्या और कांग्रेस की भूल

यह बात और भी चिंताजनक इसलिए है क्योंकि भारत ने दो प्रधानमंत्रियों को इसी तरह के हिंसक घटनाक्रम में खोया है। इंदिरा गांधी की हत्या पंजाब की खालिस्तानी ताकतों ने की थी, जबकि राजीव गांधी की हत्या आतंकवादी संगठन LTTE ने की थी। लेकिन आज कांग्रेस के कुछ नेता इस गंभीर मामले पर तालियां बजा रहे हैं, जो इतिहास को भूल जाने जैसा है।


फ्लाईओवर का महत्व और सुरक्षा व्यवस्था की पोल

यह फ्लाईओवर रैली स्थल से लगभग 47 किलोमीटर और शहीद स्मारक से 30 किलोमीटर दूर स्थित है। प्रधानमंत्री का काफिला यहां 15 से 20 मिनट तक फंसा रहा, और इतने समय में किसी भी अप्रिय घटना का खतरा बहुत बड़ा था। आसपास की गाड़ियों और बसों की भीड़ से साफ है कि सुरक्षा में भारी चूक हुई।


प्रदर्शनकारी किसानों का माहौल और उनकी गतिविधियाँ

फ्लाईओवर से थोड़ी दूरी पर बड़ी संख्या में किसान प्रदर्शन कर रहे थे। उनके हाथों में किसान संगठनों के झंडे और कुछ के हाथों में लाठी-डंडे भी नजर आए। प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी की, जिससे माहौल और भी तनावपूर्ण हो गया।