Breaking News : आखिर क्यूँ बदला हिंदुस्तान का दुश्मन नंबर 1 ?
Video Source: Zee News
मीडिया के अनुसार, हिंदुस्तान की रक्षा नीति 70 सालो के किसी भी दौर में नहीं बदली बल्कि 1962 में चीन और भारत के बीच भीषण युद्ध हुआ था लेकिन फिर भी हिंदुस्तान ने अपनी पहली चुनौती पाकिस्तान को ही माना और युद्ध के मोर्चे पर हिंदुस्तान ने पहली प्राथमिकता पाकिस्तान को दी। लेकिन आजादी के 73 वर्षों के बाद हिंदुस्तान ने अपनी रक्षा नीति में बहुत बड़ा बदलाव लाया है। अब हिंदुस्तान का दुश्मन नंबर 1 पाकिस्तान नहीं बल्कि चीन है।
आप को बता दे कि हिंदुस्तान और चीन की सीमा पर भारतीय सेना ने दो लाख सैनिकों की तैनाती कर दी है और ये इस क्षेत्र में अब तक की सबसे बड़ी तैनाती है। वही भारतीय सेना ने अब अपनी सैनिक शक्ति का रीओरिएंटेशन कर दिया है और जिन सैनिकों की नजरें पाकिस्तान पर गड़ी रहती थीं अब वही सैनिक चीन पर नजर रखेंगे। आप यह भी कह सकते हैं कि आजादी 73 साल के बाद भारत की रक्षा नीति में किए गए ये सबसे आक्रामक और ऐतिहासिक बदलाव हैं।
सेना के अनुसार, इस समय चीन के साथ लगने वाली Line of Actual Control पर भारत ने कुल 2 लाख जवानों की तैनाती की हुई है। जरुरी बात ये है कि Line of Actual Control पर ये इतिहास में अब तक की भारत की तरफ से सबसे बड़ी तैनाती है और जिनमें 50 हजार जवानों को अभी तैनात किया गया है। महत्वपूर्ण बात ये है कि अब भारत और चीन दोनों ही LAC पर सैनिकों की तैनाती के मामलों में बराबर हो गए हैं। यानी जितने जवान चीन ने सीमा पर तैनात कर रखे हैं उतने ही जवान भारत के सीमा पर तैनात हैं। जब दो देशों के बीच ऐसी स्थिति होती है तो माना जाता है कि दोनों देश युद्ध की सम्भावनाओं से इनकार नहीं कर रहे हैं और खुद को तैयार कर रहे हैं।