देश के जिस शहर में कोरोना वायरस के मरीज मिले हैं केंद्र सरकार और राज्य सरकारों ने वहां लॉकडाउन का ऐलान किया है। इसके बाद भी कुछ जगहों पर देखने को मिल रहा है कि लोग घरों से निकल रहे हैं। इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाराजगी व्यक्त की है। पीएम मोदी ने सोमवार को ट्वीट करके कहा है कि लॉकडाउन को अभी भी कई लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। कृपया करके अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं, निर्देशों का गंभीरता से पालन करें। राज्य सरकारों से मेरा अनुरोध है कि वे नियमों और कानूनों का पालन करवाएं।
वहीं कोरोना वायरस के खिलाफ जंग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर ‘जनता कर्फ्यू’ को रविवार को अभूतपूर्व समर्थन मिला। हालांकि, कुछ जगहों से ऐसी तस्वीरें भी आईं कि लोगों ने घरों से बाहर समूह में निकलकर ताली, थाली और शंख बजाए। सभवत: पीएम लोगों के इस तरह के व्यवहार से चिंतित हैं। प्रधानमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि ‘जनता कर्फ्यू’ एक लंबी लड़ाई की शुरुआत मात्र है। कोविड-19 संकट के दौरान भी दिन-रात काम करने वालों के प्रति आभार प्रकट करते हुए मोदी ने ट्विटर के जरिये एक दिन पहले कहा कि कर्फ्यू रविवार रात 9 बजे खत्म हो जाएगा, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम उत्सव मनाना शुरू कर दें। लोग इसको सफलता ना मानें, यह एक लंबी लड़ाई की शुरुआत है।
उन्होंने कहा कि देशवासियों ने यह साबित कर दिया है कि हम ठान लें तो बड़ी से बड़ी चुनौती को एकजुट होकर हरा सकते हैं। खुद प्रधानमंत्री ने माना कि जनता कर्फ्यू को जोरदार समर्थन मिला। यही वजह है कि उन्होंने ‘जनता कर्फ्यू’ में भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करने वालों के प्रति भी आभार जताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘जनता कर्फ्यू’ को लेकर हर कोई अपनी-अपनी तरह से योगदान देने में जुटा रहा। इससे पहले उन्होंने लोगों से अपील की थी कि-जनता कर्फ्यू में परिवार के साथ अच्छा समय बिताएं, टेलीविजन देखें और पौष्टिक भोजन करें।
कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक लोगों ने जनता कर्फ्यू का पालन किया। हर राज्य, शहर, कस्बे में पूरी तरह सन्नाटा छाया रहा और सड़कें सूनी दिखीं। प्रधानमंत्री जी की बातों का पालन करते हुए लोग सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक घरों से बाहर नहीं निकले।