Breaking News : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज प्रयागराज के संगम में स्नान किया. इस दौरान वह भगवा कपड़े पहने हुए दिखाई दिए, वह गले में रुद्राक्ष की माला भी पहने हुए थे!
Video Source: Narendra Modi
आस्था, अध्यात्म और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बना महाकुंभ
प्रयागराज, जहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का संगम होता है, उस पावन स्थल पर आज का दिन ऐतिहासिक बन गया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ 2025 के दौरान संगम तट पर श्रद्धालुओं को नमन किया।
नाव यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं से किया संवाद
प्रधानमंत्री मोदी ने नाव के माध्यम से संगम की यात्रा की और वहां उपस्थित लाखों श्रद्धालुओं का हाथ जोड़कर अभिवादन किया। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ स्वयं उनके साथ मौजूद रहे और पूरी यात्रा के दौरान उन्हें कुंभ मेले की व्यवस्थाओं और विकास कार्यों की जानकारी देते रहे।
अब तक 37.54 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई संगम में डुबकी
महाकुंभ के शुभ अवसर पर अब तक 37.54 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में पवित्र स्नान कर चुके हैं। यह संख्या भारत की आस्था और आध्यात्मिक ऊर्जा का जीवंत प्रमाण है। इससे पहले भी गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, और कई विदेशी प्रतिनिधिमंडल — भूटान के नरेश सहित — आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।
पीएम मोदी का प्रयागराज दौरा: मुख्य आकर्षण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 10:00 बजे प्रयागराज पहुंचे और महाकुंभ में लगभग 2 घंटे का समय बिताया। इस दौरान:
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वे बमरौली एयरपोर्ट पर उतरे
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वहां से हेलिकॉप्टर द्वारा अरैल घाट पहुंचे
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फिर नाव से संगम स्थल पर स्नान के लिए रवाना हुए
यह यात्रा ना केवल धार्मिक थी, बल्कि राष्ट्रीय संस्कृति और परंपरा की एक गूढ़ अभिव्यक्ति भी।
सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था रही अभूतपूर्व
पीएम मोदी की यात्रा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी और सुव्यवस्थित रही।
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5 सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती
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हर लेवल पर यातायात, सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के उपाय
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स्थानीय प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो
विकास के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा प्रयागराज
प्रधानमंत्री मोदी इससे पहले 13 दिसंबर 2024 को प्रयागराज आए थे, जब उन्होंने ₹5,500 करोड़ की 167 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया था। इससे महाकुंभ की तैयारियों को नई गति और गुणवत्ता मिली।
आस्था और आत्मबल का महापर्व
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा महाकुंभ की आध्यात्मिक गरिमा, सांस्कृतिक पहचान, और राष्ट्र की एकता को और भी मजबूत करती है। संगम की पावन भूमि पर उनका आगमन करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए प्रेरणा और आशीर्वाद का प्रतीक बन गया है।