Breaking News : उज्जैन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि काल की रेखाएं मिटा देते हैं महाकाल!
Video Source: Aaj Tak
मीडिया के अनुसार, मध्य प्रदेश के उज्जैन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार शाम महाकाल कॉरिडोर के पहले फेज का उद्घाटन किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले मंदिर में पूजा-अर्चना की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गर्भगृह में मंत्र जाप भी किया और महाकाल लोक परियोजना का पहला चरण तीर्थयात्रियों को विश्व स्तरीय आधुनिक सुविधाएं प्रदान करके मंदिर में आने वाले तीर्थयात्रियों के अनुभव को स्मरणीय बनाने में सहायता प्रदान करेग।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब भारत का भौगोलिक स्वरूप आज से अलग रहा होगा तब से ये माना जाता है कि उज्जैन भारत के केंद्र में हैं और = ज्योतिषीय गणनाओं में उज्जैन न केवल भारत का केंद्र रहा है बल्कि ये भारत की आत्मा का भी केंद्र रहा है। किसी राष्ट्र का सांस्कृतिक वैभव इतना विशाल तभी होता है, जब उसकी सफलता का परचम, विश्व पटल पर लहरा रहा होता है। सफलता के शिखर तक पहुँचने के लिए ये जरूरी है कि राष्ट्र अपने सांस्कृतिक उत्कर्ष को छुए, अपनी पहचान के साथ गौरव से सर उठाकर खड़ा हो।
महाकाल मंदिर और पूरे महाकाल को फूलों से सजाया गया है. इसके साथ ही चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा तैनात है. महाकाल मंदिर के ऊपर नंदी विराजमान हैं, नीचे खंभे लगे हैं और बीच में शिवलिंग स्थापित है. महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर 856 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर का निर्माण पुनर्विकास योजना के तहत रुद्र सागर झील को पुनर्जीवित किया गया है.देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर मंदिर में स्थापित है और यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं और गलियारे के लिए दो भव्य एंट्री गेट-नंदी द्वार और पिनाकी द्वार बनाए गए हैं और यह गलियारा मंदिर के मेन गेट तक जाता है. महाकाल मंदिर के नए बने कॉरिडोर में 108 स्तंभ बनाए गए हैं।