Breaking News : पाकिस्तान और चीन की चालबाजी पर भारत का ‘रूसी’ जवाब, हिंदुस्तान आ रही है AK-203 रायफल!
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AK-47 का उन्नत संस्करण AK-203 अब भारतीय सेना की ताकत बनेगा
मीडिया के अनुसार, हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के मॉस्को दौरे पर भारत और रूस के बीच एक ऐतिहासिक रक्षा समझौता हुआ, जिसके तहत भारत को 7 लाख 70 हजार AK-203 राइफलें मिलेंगी। इन राइफलों में से 1 लाख यूनिट सीधे रूस से आयात की जाएंगी और बाकी का निर्माण उत्तर प्रदेश के अमेठी में किया जाएगा।
क्या है AK-203 और क्यों है ये खास?
AK-203, दुनिया की सबसे लोकप्रिय और भरोसेमंद राइफल AK-47 का अपग्रेडेड वर्जन है। इसे Kalashnikov Concern द्वारा विकसित किया गया है, और यह राइफल युद्ध के हर मौसम और हर परिस्थिति में उत्कृष्ट प्रदर्शन करती है।
मुख्य विशेषताएँ:
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✔️ 60 राउंड की क्षमता वाली बड़ी मैगज़ीन
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✔️ हर मौसम में बेजोड़ प्रदर्शन — चाहे बर्फ, बारिश या रेगिस्तान
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✔️ पुराने संस्करण की तुलना में 30% ज्यादा सटीक निशाना
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✔️ कम जाम होने वाली ऑटोमैटिक फायरिंग प्रणाली
आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में नई धार
भारतीय सेना खासतौर पर जम्मू-कश्मीर में आतंक विरोधी अभियानों में AK सीरीज़ की राइफलों का इस्तेमाल करती है। राष्ट्रीय राइफल्स, जो आतंकवाद से लड़ने वाली विशेष फोर्स है, के प्रतीक चिन्ह में भी AK-47 को दर्शाया गया है।
AK-203 के आने से सेना की ऑपरेशनल क्षमता में जबरदस्त इजाफा होगा और जवानों को पहले से अधिक ताकतवर और भरोसेमंद हथियार मिलेगा।
मेक इन इंडिया: अमेठी बनेगा अत्याधुनिक हथियार निर्माण केंद्र
भारत और रूस के इस संयुक्त प्रोजेक्ट के अंतर्गत अमेठी के कोरवा ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में AK-203 राइफलें बनेंगी। यह “मेक इन इंडिया” अभियान के तहत भारत की रक्षा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है।
रूसी मिलिट्री कोऑपरेशन डायरेक्टर दिमित्री सुगायेव ने कहा,
“भारत पहला ऐसा देश है जिसके साथ मिलकर Kalashnikov सीरीज की अत्याधुनिक राइफल बनाई जा रही है।”