Breaking News : किसान आंदोलन की आड़ में खालिस्तानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बना रहा है!
Video Source: Zee News
???? खालिस्तानी एजेंडे के पीछे किसान आंदोलन का उपयोग: मो धालीवाल पर गंभीर आरोप
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दिल्ली पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की है कि खालिस्तानी संगठन और उनके समर्थक किसान आंदोलन का उपयोग भारत विरोधी एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए कर रहे हैं।
???????? दिल्ली पुलिस का दावा: खालिस्तानी तत्वों की घुसपैठ
दिल्ली पुलिस के अनुसार, मो धालीवाल, जो Poetic Justice Foundation (PJF) के सह-संस्थापक हैं, आंदोलन को एक अलगाववादी दिशा देने की कोशिश कर रहे हैं।
धालीवाल को लेकर पुलिस के पास एक वीडियो क्लिप है, जिसमें उन्हें 26 जनवरी 2021 के दौरान किसान आंदोलन और खालिस्तान दोनों के समर्थन में बोलते हुए देखा जा सकता है।
???? “हमारा असली एजेंडा खालिस्तान है” – मो धालीवाल का कबूलनामा
धालीवाल ने एक कथित बयान में कहा कि “किसान आंदोलन खत्म होने के बाद भी आंदोलन चलेगा, हमारा असली मकसद खालिस्तान है।”
यह बयान यह स्पष्ट करता है कि किसान आंदोलन को राजनीतिक और वैचारिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
???? ग्रेटा थनबर्ग का ट्वीट और ‘टूलकिट’ विवाद
यह मामला तब और गंभीर हो गया जब स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने एक टूलकिट ट्वीट किया।
इस टूलकिट में भारत सरकार पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने के लिए एक प्रचार योजना शामिल थी।
बाद में खुलासा हुआ कि यह टूलकिट Poetic Justice Foundation द्वारा तैयार की गई थी और इसका संबंध मो धालीवाल से है।
???? मो धालीवाल का अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क
-
मो धालीवाल कनाडा के वैंकूवर में रहता है।
-
उसका नाम कनाडा की न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के एक कैंपेन “Love and Courage” से जुड़ा था।
-
यह कैंपेन जगमीत सिंह के समर्थन में चलाया गया था।
-
मो धालीवाल का चाचा एक खालिस्तानी आतंकी था, जिसे 1984 में पंजाब पुलिस ने मार गिराया था।
???????? भारतीय दूतावास के सामने भी प्रदर्शन
26 जनवरी 2021 को, जब भारत में किसान आंदोलन अपने चरम पर था, उसी समय मो धालीवाल ने कनाडा स्थित भारतीय दूतावास के बाहर प्रदर्शन किया और कहा,
“असली लड़ाई भारत के टुकड़े करना है।”