Breaking News : जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हाथ मिलाने दौड़े अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन!
Video Source: Zee News
जर्मनी में दो दिवसीय दौरे पर पहुँचे प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय जर्मनी के श्लॉस एल्माऊ में आयोजित G7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर हैं। इस वैश्विक मंच पर भारत की उपस्थिति इस बार और भी खास नजर आई — ना सिर्फ़ अपने विचारों और प्रस्तावों के कारण, बल्कि भारत के बढ़ते वैश्विक प्रभाव के प्रतीकात्मक दृश्यों के कारण भी।
वायरल वीडियो: बाइडेन खुद पीएम मोदी से मिलने पहुंचे
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन खुद चलकर प्रधानमंत्री मोदी से मिलने आते हैं। उस वक़्त पीएम मोदी कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से बातचीत कर रहे होते हैं, और तभी जो बाइडेन उनके पीछे से कंधे पर हाथ रखकर अपनी मौजूदगी का एहसास कराते हैं।
इसके बाद दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी भरा अभिवादन होता है — हाथ मिलाते हैं, मुस्कराते हैं और कुछ क्षणों तक आपस में बात करते हैं। यह दृश्य भारतीय डिप्लोमेसी के लिए एक गौरवपूर्ण पल माना जा रहा है।
महीनों की प्रतीक्षा करने वाले राष्ट्राध्यक्ष, लेकिन मोदी से मिलने खुद चले आए बाइडेन
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यह वही अमेरिकी राष्ट्रपति हैं जिनसे मिलने के लिए दुनिया भर के कई राष्ट्राध्यक्षों को महीनों इंतजार करना पड़ता है।
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लेकिन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए बाइडेन स्वयं आगे बढ़कर आए — यह घटना भारत की बढ़ती कूटनीतिक साख और विश्व मंच पर बढ़ते प्रभाव को दर्शाती है।
भारत की वैश्विक स्थिति में हो रहा है परिवर्तन
इस मुलाकात को लेकर सोशल मीडिया पर लोग इसे भारत की विदेश नीति की बड़ी सफलता बता रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि:
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भारत अब केवल एक “उभरती अर्थव्यवस्था” नहीं, बल्कि एक निर्णायक वैश्विक ताकत बन चुका है।
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चाहे जलवायु परिवर्तन हो, वैश्विक सुरक्षा, या आर्थिक रणनीति — भारत की राय अब गंभीरता से सुनी जाती है।
जनता की प्रतिक्रिया: “अब भारत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता”
वीडियो पर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है:
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“अब दुनिया भारत की ओर देख रही है।”
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“पीएम मोदी ने भारत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है।”
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“यह दृश्य हमारी नई पहचान का परिचायक है।”
बदलता भारत, बदलती दुनिया
प्रधानमंत्री मोदी की यह मुलाकात केवल एक औपचारिक अभिवादन नहीं, बल्कि विश्व मंच पर भारत के बढ़ते दबदबे का संकेत है।
जो बाइडेन का यह कदम यह दर्शाता है कि भारत अब उस स्थान पर है जहाँ उसे नज़रअंदाज करना किसी भी महाशक्ति के लिए संभव नहीं है।