Breaking News : देश को किसान आंदोलन में शामिल राजनीति के उन ‘गद्दारो’ की असलियत आपको जाननी चाहिए!
Video Source: Zee News
मीडिया के अनुसार, किसान आंदोलन में शामिल राजनीति के उन ‘गद्दारो’ की असलियत आपको जाननी चाहिए, जिन्हें किसानों की समस्या की फिक्र कम और अपनी राजनीती की चिंता ज्यादा होती है। किसान आंदोलन में भी कुछ ऐसे ही नेता शामिल हैं जैसे की इनमें से एक नेता का नाम है योगेंद्र यादव और ये स्वराज अभियान पार्टी के अध्यक्ष हैं। आप सब को बता दे कि लाल किले पर जब देश के सम्मान को ट्रैक्टर से कुचला जा रहा था तब योगेंद्र यादव भी दूसरी जगह पर ट्रैक्टर रैली में शामिल थे।
आप को पता होगा कि योगेंद्र यादव हाल के वर्षों में हर उस प्रदर्शन में शामिल रहे हैं जिनका मकसद सिर्फ मोदी सरकार को चुनौती देना था और वो टीवी पत्रकार और चुनाव विश्लेषक भी रह चुके हैं। लोकपाल के लिए आंदोलन में भी शामिल रहे हैं और शाहीन बाग में CAA कानून के खिलाफ भी प्रदर्शन कर चुके हैं और यही नहीं योगेंद्र यादव 2014 में आम आदमी पार्टी से लोक सभा चुनाव भी लड़ चुके हैं हालांकि तब उनकी जमानत जब्त हो गयी थी।
एक और किसान नेता हैं जिनका नाम राकेश टिकैत जो महेंद्र सिंह टिकैत के बेटे हैं और भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष हैं। राकेश टिकैत दिल्ली पुलिस में नौकरी भी कर चुके हैं और वर्ष 2007 में उन्होंने उत्तर प्रदेश विधान सभा का चुनाव भी लड़ा था और लेकिन तब उन्हें इतने वोट भी नहीं मिले थे, जिससे वो अपनी जमानत बचा पाते। साल 2014 में राकेश टिकैत की इच्छा सांसद बनने की हुई और उन्होंने अजीत सिंह की राष्ट्रीय लोकदल पार्टी के टिकट पर अमरोहा सीट से चुनाव लड़ा और वो सिर्फ 9 हजार 539 वोट ही हासिल कर पाए और उनकी जमानत जब्त हो गई। यानी जनता ने इन्हें पूरी तरह से नकार दिया और इसके बाद राकेश टिकैत को ये महसूस हुआ कि उनके लिए किसानों के नाम पर नेतागिरी करना ही ठीक है।
ये बात देश वालो को जरूर जानना चाइये कि ये दो नेता देश के गद्दार है जो सिर्फ अपनी राजनीती करना चाहते और इनको देश से कोई मतलब नहीं है। देश के लोगो को इनके बातो मे नहीं आना चाइये।