Breaking News : पूरे विधि विधान के साथ अयोध्या में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा पूरी हुई!
Video Source: Zee News
अयोध्या में ऐतिहासिक क्षण, गर्भगृह में श्रीरामलला की भव्य प्रतिष्ठा
22 जनवरी 2024 – यह तारीख अब इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो चुकी है। 500 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद रामलला को अयोध्या के नव-निर्मित भव्य मंदिर में विधिपूर्वक विराजमान किया गया। इस शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं अयोध्या पहुंचे और गर्भगृह में संपन्न हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हिस्सा लिया।
पारंपरिक पोशाक में पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी
रामनगरी अयोध्या में जब प्रधानमंत्री मोदी पहुंचे, तो उन्होंने धोती, कुर्ता और मैचिंग जैकेट में पारंपरिक स्वरूप में सभी का ध्यान आकर्षित किया। जैसे ही वे राममंदिर में पहुंचे, मंगल ध्वनियों और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान शुरू हुआ।
84 सेकंड की शुभ मुहूर्त अवधि में श्रीरामलला को विधिपूर्वक गर्भगृह में स्थापित किया गया। इस पावन क्षण के साक्षी बने – आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल।
प्रधानमंत्री मोदी ने निभाया 11 दिनों का कठिन व्रत
इस ऐतिहासिक आयोजन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 दिनों तक कठोर व्रत और साधना की। उन्होंने केवल नीले पानी का सेवन किया, ज़मीन पर सोए और पूरी तरह से आध्यात्मिक अनुशासन का पालन किया।
व्रत के दौरान प्रधानमंत्री ने:
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रामायण से जुड़े चार राज्यों के सात प्रमुख मंदिरों में दर्शन-पूजन किया।
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गौ सेवा, मंत्रजप और ध्यान किया।
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एक तपस्वी की तरह संयम और अनुशासन में रहकर प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी की।
पूरे भारत ने देखा रामभक्ति का यह विराट स्वरूप
22 जनवरी को संपन्न हुआ यह अनुष्ठान न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चेतना का प्रतीक भी बन गया है। प्रधानमंत्री मोदी का यह समर्पण देश के करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए प्रेरणा और गौरव का विषय बन गया है।
राम मंदिर में रामलला की प्रतिष्ठा के साथ भारत के आध्यात्मिक स्वाभिमान का पुनर्जागरण हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संयम और श्रद्धा इस आयोजन को राष्ट्रीय स्तर पर एक ऐतिहासिक और भक्ति से परिपूर्ण क्षण बना देता है।